एडमिशन के लिए कोरबा जीएम ने मांगे 50 हजार रुपए, पुलिस में शिकायत
कोरबा : डीएवी स्कूल कोरबा में कक्षा एलकेजी में प्रवेश दिलाने के लिए एरिया जीएम दीपक पंड्या द्वारा 50 हजार रुपए की मांग की गई। रकम नहीं दिए जाने पर पीड़ित से गाली गलौच कर अपमानित करते हुए धमकी दी गई। उक्त आरोप बिलासपुर के अधिवक्ता ने कोरबा एरिया जीएम पर लगाते हुए मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक व मानिकपुर चौकी पुलिस से की है।
बिलासपुर जिला अंतर्गत ठाकुरदेव मंदिर के पीछे गांधी चौक में निवासरत पवन श्रीवास्तव उच्च न्यायालय बिलासपुर में वकालत करते हैं। 29 अप्रैल को वे अपने साथी अधिवक्ता हरिप्रसाद साहू सरकंडा निवासी के साथ एक केस के सिलसिले में कोरबा आए हुए थे। कोरबा में उनके भाई रेलवे में पदस्थ प्रदीप कुमार निवासरत हैं। जिनका निवास स्थान न्यू रेलवे कालोनी है। बिलासपुर से आने के बाद वे अपने भाई प्रदीप के घर गए। शिकायत पत्र में कहा गया है कि उनके भाई ने उन्हें बताया कि विभाग में आवेदन ने प्रस्तुत कर पुत्री हर्षिका श्रीवास्तव को डीएवी पब्लिक स्कूल एसईसीएल कोरबा के एलकेजी में शैक्षणिक सत्र 2024-25 न में प्रवेश दिलाने निवेदन किया था।
जिस पर एरिया रेलवे मैनेजर कोरबा ने अपने अनुशंसा पत्र के माध्यम से 26 फरवरी 2024 से प्रवेश दिलाने एरिया जनरल मैनेजर एसईसीएल कोरचा एरिया से निवेदन किया था। जिसे स्वीकार करते हुए एरिया पर्सनल मैनेजर एसईसीएल कोरबा एरिया, जो कि डीएवी स्कूल के स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के चेयरमेन है ने अपने पत्र 3 अप्रैल 2024 के द्वारा हर्षिता श्रीवास्तव को एलकेजी में प्रवेश दिए जाने स्वीकृति प्रदान कर दी थी, जिसके बाद प्रदीप डीएवी स्कूल की प्राचार्या अनामिका भारती से भी मिला था। उस दौरान प्राचार्यों द्वारा प्रवेश दिए जाने की बात कही गई। इस बीच प्राचार्या के अवकाश पर चले जाने व 18 अप्रैल को अवकाश से वापस आने के पश्चात प्रदीप उनसे निवेदन कर रहा था। 25 अप्रैल तक प्रवेश नहीं दिए जाने पर 26 अप्रैल को प्राचार्या अनामिका भारती के पास लिखित आवेदन पत्र प्रस्तुत करते हुए प्रवेश दिए जाने का निवेदन किया गया, लेकिन प्राचार्या ने आवेदन लेने से इनकार करते हुए कहा कि एरिया जनरल मैनेजर कोरबा एरिया के द्वारा – लिखित या मौखिक स्वीकृति के पश्चात ही – प्रवेश दिया जाएगा।
तब प्रदीप ने 26 अप्रैल को डीएवी स्कूल कोरबा को ईमेल के माध्यम से आवेदन पत्र भेजा। प्रदीप – एरिया जीएम दीपक पंड्या से मिलने उसके कार्यालय गया जहां श्री पंड्या ने 50 हजार – रुपए देने पर ही एडमिशन के लिए – स्वीकृति दिए जाने की बात कही। जिसकी – शिकायत प्रदीप ने कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी से भी की है। जब भाई से यह बात पता चली तो पवन श्रीवास्तव ने कहा कि वे पुनः जीएम दीपक पंड्या से मिलकर एडमिशन के लिए निवेदन करेंगे। – शिकायत पत्र में श्री श्रीवास्तव ने कहा है कि 29 अप्रैल को लगभग 11 बजे वे अपने साथी हरिप्रसाद साहू के साथ जीएम दीपक पंड्या से मिलने उनके कोरबा स्थित कार्यालय गए, जहां पीए विवेक सक्सेना से जीएम से मुलाकात का निवेदन किया गया। जीएम से अनुमति लेकर उन्हें जीएम कक्ष में भेजा गया, जहां भाई की पुत्री के दाखिले का निवेदन किया गया। तब पुनः जीएम दीपक पंड्या ने एडमिशन के लिए 50 हजार रुपए की डिमांड कर दी। शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि जीएम ने कहा कि एडमिशन हो जाएगा पर उसके लिए 50 हजार रुपए लगेगा फिर स्वीकृति मिल जाएगी। तुम्हारे भाई को यह बात बता दी थी।
एडमिशन के लिए कोरबा जीएम ने मांगे 50 हजार रुपए, पुलिस में शिकायत
पैसा नहीं दिया इसीलिए एडमिशन रूका हुआ है। जिस पर पवन श्रीवास्तव ने कहा कि पूर्व में ही एरिया पर्सनल मैनेजर एसईसीएल द्वारा एडमिशन दिए जाने पत्र जारी किया जा चुका है तो पैसा क्यों लगेगा। इतना सुनते ही जीएम पंड्या भड़क गए और गाली गलौच करने लगे, जिसकी शिकायत पवन श्रीवास्तव ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय व मानिकपुर चौकी पुलिस से करते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।